ये है 5 स्मार्ट तरीके मेहनत करने के, सफलता आपके कदमो में होगी
आज के इस आपाधापी के दौड़ में अपनी मंजिल को पाना उतना ही मुश्किल है जितना माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना जिस तरह से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए एक माउंटेनियर को प्लानिंग करनी पड़ती है उसी तरह से अपनी जिंदगी की मंजिल को पाने के लिए भी बड़ी कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, परंतु मेहनत करते करते अगर हम जो मेहनत है वह स्मार्ट मेहनत करें तो कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते हमें देर नहीं लगेगी इसके लिए नीचे में कुछ खास टिप्स आपको देने जा रही हूं
1. किस्मत की बजाय अपने पर भरोसा करना सीखें
कभी-कभी हम जिंदगी में हर चीज के लिए ऐसे सोच लेते हैं कि हम जो मेहनत कर रहे हैं वह ठीक है बाकी तो सब किस्मत की बात है किस्मत आजमाएं परंतु कामयाबी आपको ख्याली पुलावो से नहीं मिलेगी अगर आपको वक्त पर अपनी मंजिल तक पहुंचना है तो आपको इस रणक्षेत्र में उतरना भी खुद पड़ेगा, टिकना भी खुद पड़ेगा और काम भी करना पड़ेगा
2. विनम्र रहिए
कामयाबी पाने की दूसरी सीढ़ी है कि आपको कोई भी परिस्थिति हो उसमें विनम्र रहना सीखना पड़ेगा क्योंकि कामयाबी किसी एक अकेले व्यक्ति को नहीं मिलती उसके साथ पूरी टीम काम करती है चाहे वह दफ्तर की हो चाहे घर की हो तो अकेले आप अपनी कामयाबी पर जश्न नहीं मना सकते तो जब अकेले आप अपनी कामयाबी पर जश्न नहीं मना सकते तो आपको गुस्सैल होने का घमंडी होने का कोई अधिकार नहीं है अगर आपको जिंदगी में कामयाबी को छूना है दूसरे लोगों की सहायता लेनी है उनका मार्गदर्शन लेना है तो आपको विनम्र होना पड़ेगा
3. लग्न और जुनून
अगर आपको जिंदगी में कामयाबी की सीढ़ियां चढ़नी है तो उस काम के प्रति अपनी लगन भी लगानी पड़ेगी और जुनून भी पैदा करना पड़ेगा क्योंकि जनून आपको आपके मंजिल तक पहुंचाने में सहायता करेगा अगर जुनून आप में है तो रास्ते की बाधाएं आप का रास्ता नहीं रोक सकती और अगर आपमे सच्ची लगन है और आप ईमानदारी डेडीकेशन और सिंसेरिटी से अपने काम को परिस्थितियां कोई भी हो तो पूरा कर लेंगे दो लग्न और जुनून इन दोनों को अपनी जिंदगी का स्थाई हिस्सा बना लीजिए
4. सफल व्यक्तियों के नेगेटिव गुण देखने की बजाय उनके पॉजिटिव गुणों पर ध्यान देना शुरू कीजिए
अगर आप अपनी success की सीढ़ियां चढ़ना चाहते हैं तो हमेशा अपने से ऊपर वाले को देखिए कि उसने सफलता कैसे प्राप्त की वह आज जिस मुकाम पर पहुंचा है उस मुकाम पर पहुंचने के लिए उसने क्या-क्या तय किया है कैसे-कैसे तय किया है सिर्फ यह मत देखिए कि वह आज उस जगह पर बैठा है और मैं उस जगह पर नहीं बैठा हूं तो उसके संघर्षों के रास्ते की कहानी उसके पास बैठ कर पूछिए तो आपको भी अपने रास्ते बनाने में कम मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा सफल व्यक्ति में कई बार हम भी गलती कर जाते हैं कि हम उसके अवगुणों की चर्चा लोगों से करते हैं परंतु इसकी बजाय अगर आप उसके गुणों की तरफ ज्यादा ध्यान देंगे और उन गुणों को अपनी जिंदगी में अपनाने का प्रयत्न करेंगे तो आप भी बहुत जल्दी कामयाबी की ऊंचाइयों को छू लेंगे
5. अच्छे वक्ता होने के साथ-साथ अच्छे श्रोता होना भी जरूरी
ऊपर वाले ने सबको दो कान, एक मुंह दिया है तो हम लोग जब इनका प्रयोग करते हैं तो मुंह का उपयोग कानों की तुलना में ज्यादा करते हैं कान तो दो होते हैं पर उनका प्रयोग हम एक कान की तरह करते हैं और मुह वह हमें ऊपर वाले ने एक दिया है पर हम उसका प्रयोग दोगुना करते हैं तो यहां पर अगर आपको कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ना है तो आपको इसको रिवर्स करना पड़ेगा मुंह सिर्फ एक बार यूज करें और कानों को दोनों बार यूज करें कहने का मतलब यह है कि जिस अनुपात में जो चीजें आपको मिली है उसी अनुपात में यूज करेंगे मतलब आपको बोलने की बजाय अच्छा सुनने वाला भी होना चाहिए, क्योंकि इससे आप में सहनशक्ति पैदा होगी और अगर आपमें सहनशक्ति आएगी तो आप सामने वाले की बात को आराम से सुन पाएंगे और उस पर चिंतन और मनन भी कर पाएंगे और आपको जब आप कम बोलेंगे तो आपकी ऊर्जा कम कम खर्च होगी और आपको सीखने का मौका ज्यादा मिलेगा
यह कुछ कौन थे कि अगर आपको अपनी जिंदगी में कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ना है तो इन कुछ गुणों को अपनी जिंदगी में जरूर और जरूर शामिल करें तो आपको कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते ज्यादा वक्त नहीं लगेगा