बढ़ते बच्चों में आपसी जलन के पाँच कारण व उनको सुलझाने के पाँच तरीक़े

बढ़ते बच्चों में आपसी जलन के पाँच कारण व उनको सुलझाने के पाँच तरीक़े

जैसे जैसे घर में बहन भाई आपस में बड़े होना शुरू करते हैं वैसे वैसे उनके अंदर कई बार आपस में जलन और एक दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ बढ़ जाती है ये सब चीज़ें कई बार बड़ी अच्छी लगती है
क्योंकि आप स्थिति को संभालना सीखते हैं, समस्या को सुलझाने का कौशल और बाद में जीवन के लिए अच्छी यादें सीखते हैं। हालाँकि, कई बार बहन भाई ऐसे ऐसे परिस्थितियां उत्पन्न कर देते हैं जो कि निराशा का कारण बनसकता है और जीवन को दुखी कर सकता है।
बढ़ते बच्चों में आपसी जलन के पाँच कारण व उनको सुलझाने के पाँच तरीक़े
बढ़ते बच्चों में आपसी जलन के पाँच कारण व उनको सुलझाने के पाँच तरीक़े
बहन-भाई के आपसी झगड़ो के कारण
1) समानता
यदि माता पिता किसी एक बच्चे के पक्ष
में ही बोलते हैं तो घर में अक्सर ये समस्या बढ़ जाती है क्यूँकि होता क्या है हमेशा बड़े बच्चे को बोला जाता है कोई बात नहीं यह छोटा है तू एडजसट कर ले हैं
2) व्यक्तिगत स्थान
सभी को स्वतंत्रता की जरूरत है और अगर एक भाई-बहन बार-बार  दूसरे भाई बहन की ज़िंदगी मेंहस्तक्षेप करते हैं तो वो भी बार बार झगड़ा होता  है
3) दबदबा रखना
अगर परिवार में एक ही बच्चा पूरे परिवार पर हावी होना चाहता हो और सब चीज़ों का अकेले ही आनंद लेना चाहता हो
4) व्यक्तित्व
अगर एक बच्चा परिवार में ज़्यादा सुंदर सुंदर है और माँ बाप भी बार बार किसी के आने पर उसी बच्चे की तारीफ़ करते हैं कि ये बच्चा तो मेरा बहुत सुंदर है
5) सफलता
अगर एक बच्चा दूसरे बच्चे से हर चीज़ में आगे रह रहा है  चाहे वो पढ़ाई हो या अन्य कोई गतिविधि और माँ बाप भी या बाहर वाले भी बार बार उसी बच्चे की प्रशंसा करते हैं तो वो बच्चे की सफलता ही उसके जलन का कारण बन जाती है
इसे कैसे हल करें?
इसमें भाई बहन चाहे तो आपस में बात करके इन समस्याओं को सुलझा सकते हैं बिना माता पिता को बीच में डाले
सीधे अपने भाई-बहन से बात करें। अपने भाई-बहनों को बताएं कि आप को उनका व्यवहार अच्छा नहीं लगा
जैसे: आप और आपके दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं और मैं इसको पसन्द नहीं करता या नहीं करती
मैं इसे पसंद नहीं करता या नहीं करती जब आप मेरी चीजों को बिना बताए ले जाते हैं, तो मुझे अपनी चीजें आपको देने में जयादा खुशी होगी अगर आप मुझे बता कर लेते हैं और काम पूरा होने के बाद इसे वापस करते हैं।
यदि किसी समय  आपका भाई बहन  आपकी बात सुननेके लिए तैयार नहीं है उस समय उससे बात न करें
प्रत्येक समस्याओं में चर्चा से बचना बेहतर है। आमतौर पर समस्याएं अपने आप हल हो जाती हैं। यदि आप का वास्तव में समस्याएँ परेशान कर रही हैं या आप बैठकर उसपे बात करें
बातचीत शुरू करने के बाद उनकी बात को सुनना हमेशा बेहतर होता है। एक बार जब आपके भाई-बहन ने अपना नजरिया खत्म कर लिया और अगर आपको लगता है कि समस्या तुरंत हल हो सकती है, तो इसे हल करें। यदि आप अभी भी महसूस करते हैं कि समस्या का समाधान नहीं निकलता तो आप उस समय शांत हो जाएं
आप अपने भाई सा बहन से समाधान के लिए पूछ सकते हैं और अपना समाधान दे सकते हैं। समाधान को इस तरह से समझौता करें कि दोनों संतुष्ट हों।
माता पिता से सहायता लेना
यदि फिर भी समस्या हल नहीं होती है, तो समाधान के लिए माता-पिता की मदद लें।
अगर आपको बार-बार अपने भाई बहन से समस्या आ रही है तो आप अपने आप से यह सवाल पूछे
क्या कुछ ऐसा है जो मैं चीजों को बेहतर बनाने के लिए कर सकता हूं
अगर आपका झगड़ा बार बार होता है और छोटी चीज़ों पे होता है मोबाइल इस्तेमाल करने पे टीवी इस्तेमाल करने पे तो
आप दोनों अपनी अपनी समय सीमा को निर्धारित कर सकते हैं या इसमें माँ बाप की सहायता ले सकते है लेकिन आपको नियमों का पालन भी करना होगा।
यदि आपका झगड़ा बार बार हो रहा है तो बहस शुरू होते ही वहाँ से हट जाएं और समस्या को बढ़ने से बचाए
सबसे अच्छा रोल भाई बहन के झगड़े को सुलझाने में माता पिता कर सकते हैं अगर वो अपने बच्चों में कुछ फरक ना करें और दोनों उनकी विशेषताओं के बावजूद एक जैसा समझें