Parents कुछ ऐसे सिखाये बच्चो को सॉरी कहने की कला

Parents कुछ ऐसे सिखाये बच्चो को सॉरी कहने की कला

 

बच्चों को सॉरी बोलना भी बहुत ज़रूरी कई बार पेरेंट्स को ये लगता है की अगर वो अपनी गलती की माफ़ी अपने बच्चों से माँगेंगे तो बच्चे उनका मज़ाक उड़ा सकते हैं उनकी इज़्ज़त कम हो जाएगी या उनको सीरियस नहीं लेंगे पर असल ज़िंदगी में देखा जाए तो जब हम बच्चे को सॉरी बोलते हैं हम बच्चों की नज़रों में इज़्ज़त कमाते हैं बच्चे अपने बड़ों की ज़्यादा इज़्ज़त करते हैं कि अगर बढ़ो से गलती हुई है तो वो भी सॉरी बोल रहे हैं जब हमारे बड़े हमारे सामने गलती स्वीकार कर रहे हैं तो हमसे भी अगर ज़िंदगी में ही गलती हो जाएं तो उसे स्वीकार करने में कोई दिक़्क़त नहीं होनी चाहिए

 

बच्चो को सिखाये माफ़ करने के शानदार गुण

 

कई बार पेरेंट्स को ये लगता है की अगर वो अपनी गलती की माफ़ी अपने बच्चों से माँगेंगे तो बच्चे उनका मज़ाक उड़ा सकते हैं उनकी इज़्ज़त कम हो जाएगी या उनको सीरियस नहीं लेंगे पर असल ज़िंदगी में देखा जाए तो जब हम बच्चे को सॉरी बोलते हैं हम बच्चों की नज़रों में इज़्ज़त कमाते हैं बच्चे अपने बड़ों की ज़्यादा इज़्ज़त करते हैं कि अगर बढ़ो से गलती हुई है तो वो भी सॉरी बोल रहे हैं

जब हमारे बड़े हमारे सामने गलती स्वीकार कर रहे हैं तो हमसे भी अगर ज़िंदगी में ही गलती हो जाएं तो उसे स्वीकार करने में कोई दिक़्क़त नहीं होनी चाहिए

 

बच्चा माता पिता से ही सीखता है 

 

बच्चे को ये पता है कि आपने क्या ग़लत व्यवहार किया था जिसकी वजह से आपने सॉरी बोली और अगर आप अपने उस व्यवहार से दुखी है है कि आपने ग़लत बोला है इसलिए सॉरी बोला है कोशिश करें बच्चे को विश्वास दिलाए कि भविष्य में ऐसा ऐसा नहीं होगा सॉरी बोला है उसका कोई मतलब है जिस बात के लिए माफ़ी माँगते हैं तो दुबारा से उस गलती को दोहराने से बचें क्योंकि कल को आपका बच्चा भी आपसे ही सब कुछ सीखेगा जब हम अपने बच्चे से माफ़ी माँगते हैं तो हमारा बच्चा कुछ भी ना ग़लत करे

हमारी माफ़ी माँगना उसे ये सिखाएगा की गलती तो हम में से किसी से भी हो सकती है चाहे हम छोटे हों या बड़े, गलती को हमे सुधारना भी हैं कई बार हम लोगों की भावनाओं को जाने अनजाने ठेस पहुँचाते हैं तो रिश्ते सुधारने के लिए हमें माफ़ी माँगना ज़रूरी है

 

माफ़ी माँगकर हम छोटे नहीं हो जाते हैं अगर गलती हुई है तो उसे स्वीकारने में हमारे मन में किसी तरह की शर्मिंदगी नहीं होनी चाहिए इससे आपके और आपके बच्चे के बीच में प्यार और विश्वास बढ़ेगा अगली बार जब भी ऐसा कुछ हो तो आप सॉरी ज़रूर कहे और गलती को मान लें इसका आपके बच्चे पर ज़रूर फ़र्क़ पड़ेगा

Parents कुछ ऐसे सिखाये बच्चो को सॉरी कहने की कला ब्लॉग आपको कैसे लगा, अपना कीमती फीडबैक जरुर दे

Spread the love