Inspirational Story प्रेरणादायक कहानी – मूर्ख को सीख

Inspirational Story प्रेरणादायक कहानी – मुर्ख को सीख

नमस्कार दोस्तों, आज आप के लिए एक कहानी लेकर आयीं हूँ Inspirational Story प्रेरणादायक कहानी – मूर्ख को सीख, जी हाँ हम कैसे खुद ही अपने लिए परेशानी खड़ी कर लेते है जब हम किसी मूर्ख को सलाह देते है तो आज की इस कहानी में आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और बहुत सारी ऐसी बातें जो आपके जीवन में काम आएगी तो फिर देर किस बात की ये कहानी जरुर पढ़े और आप मुझे Youtube पर सब्सक्राइब कर सकते है Dr. Renu Arora

एक बार की बात है एक  घने जंगल में एक पेड़ पर चिड़िया का घोंसला था। सर्दियों का दिन था और उस दिन कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। ठंड से परेशान तीन-चार बंदरों ने उसी पेड़ के नीचे आश्रय ले लिया जहां वो चिड़िया रहती थी । तभी एक बंदर बोला कहीं से आग तापने को मिले तो ठंड दूर हो सकती, तभी दूसरे बंदर ने सुझाया “’देखो, यहां कितनी सूखी पत्तियां गिरी हैं। इन्हें इकट्ठा कर हम ढेर लगाते हैं और फिर उसे सुलगाने का उपाय सोचते हैं।

बंदरों ने सूखी पत्तियां का ढेर बनाया और फिर गोल दायरे में बैठकर सोचने लगे कि ढेर को कैसे सुलगाया जाए। तभी एक बंदर की नजर दूर हवा में उड़ते हुए एक जुगनू पर पड़ी और वह उछल पड़ा। उधर ही दौड़ता का चिल्लाने लगा * देखो, हवा में चिंगारी उड़ रही है। इसे पकड़कर ढेर पर रखकर फूंक मारने से आग सुलग जाएगी और हमें ठण्ड से राहत भी मिल जाएगी 

बस फिर क्या था ये सब सुनकर बाकी के बंदर भी उधर दौड़ने लगे जुगनू को पकड़ने के लिए । पेड़ पर अपने घोंसले में बैठी चिड़िया ये  सब देख रही थी। ये सब देखकर उससे चुप नहीं रहा गया। वह बोली दोस्तों, यह चिंगारी नहीं जुगनू है। चिड़िया की ये बात सुनकर एक बंदर ने क्रोध से चिड़िया की देखकर गुर्राया और बोला  मूर्ख चिड़िया, चुपचाप घोंसले में बैठी रह, हमें सब पता है और तू हमें सिखाने चली है ये सब

इस बीच एक बंदर उछलकर जुगनू को अपनी हथेलियों के बीच कटोरा बनाकर कैद करने में सफल हो गया। जुगनू को ढेर के नीचे रख दिया गया और सभी बंदर लगे चारों ओर से ढेर में फूक मारने लगे 

चिड़िया ने एक बार फिर सलाह दी “भाइयों, आप लोग बड़ी  गलती कर रहे हैं, ये जुगनू है इनसे  आग नहीं सुलगने वाली, आप एक काम करो दो पत्थरों लो और उन्हे आपस में  टकराकर उससे चिंगारी पैदा करके आग सुलगाइए

सभी बंदरों ने चिड़िया को घूरा। लेकिन गौरैया फिर बोल उठी भाइयों आग नहीं सुलगी तो ! आप मेरी सलाह मानिए, कम से कम दो सूखी लकड़ियों को आपस में रगड़कर देखिए।

सारे बंदर आग न जगा पाने के कारण पहले ही खींजे हुए थे। तभी एक बन्दर आगे बढ़ा और उसने गौरैया पकड़कर जोर से पेड़ पर मारा, गौरैया फड़फड़ाती हुई नीचे गिरी और मर गई।

Moral Of The Story – तो इससे आपको एक बात तो सीखने को जरुर मिलेगी की कभी भी मूर्खों को सलाह नहीं देनी चाहिए, वरना वो आप सब आप के पीछे पड़ जायेगे और फिर नुक्सान तो आपका ही होना तय है 

 

Father’s Day Special -पिता से बढ़कर कोई हीरो नहीं

 

Achhi Baatain – अच्छी बात जो जीवन में देगी साथ