Inspirational Poem In Hindi जिंदगी के पड़ाव

Inspirational Poem In Hindi जिंदगी के पड़ाव

हेल्लो, स्वागत है आप सब का एक बार फिर से मेरे इस ब्लॉग में, उम्मीद करती हूँ की आप सब भी ठीक होंगे, सर्दियों की हर सुबह आपको सचेत करती है की आप अपनी सेहत का ख्याल रखे तो लापरवाही नही करे और खुद को ढक कर रखे और अपने परिवार का भी ख्याल रखे 

आज फिर से आप सब के लिए एक कविता लेकर आई हूँ जिसमे बात होगी बचपन की, जवानी की और फिर बुढ़ापे की और साथ ही बात होगी जीवन के हर एक पड़ाव की, हर किसी की जिंदगी में नए नए पड़ाव आते है, फिर वो चाहे कोई महिला हो या या पुरुष हो 

ये Life Inspiration story एक कविता के माध्यम से जिसमे कैसे समाज आपके लिए जिंदगी के पड़ावो में आपको सचेत करता है, कभी कभी आपको मोटीवेट करता है तो कभी आपको नेगेटिव वाइब्स देने की कोशिश भी करता है Motivational positive quotes एक कविता के रूप में आप सब के सामने हाज़िर है 

 

बचपन से लेकर जवानी तक जिंदगी के पड़ाव

हो गई उम्र अब लोग ऐसा कहते हैं

छोड़ दे अब तो अलहड़पन

छोड़ दे अब तो बचपन

अब तो सयानी हो गयी

लोग कहते हैं ज़िंदगी का एक पड़ाव ख़त्म हुआ

दूसरे की अब हुई शुरुआत है

छोड़ दे अब तो अल्हड़पन

छोड़ दें अब तो बचपन

कैसे बताऊँ उन्हें ये तो एक नंबर है

जीना मुझे अब अपने लिए हैं

कुछ बुने सपने मैंने भी हैं

जिन्हें छोड़ा परिवार के लिए है

अभी तो मुझे जीना है

अपनी मस्तियों को ज़िंदा रखना है

अपने सपनों को पूरा करना है

मन करता है तितली बन

आकाश में घूम आऊँ सारे संसार में

निकलूँ अपने घर के घरौंदे से

देखूँ एक नया संसार मैं

मुक्त हो के सभी बंधनों से

अपनी सहेलियों संग जीवंत करूँ अपने पुराने पल

करूँ कुछ अठखेलियां

मन ये कहता है

मन मेरा तो अभी बच्चा है

लोग कहते हैं

छोड़ दे अब तो अलहड़पन

छोड़ दे अब तो बचपन

अब तो सयानी हो गई

बहुत किया सब के लिए

करना कुछ अपने लिए

पल ज़िंदगी से चुराने हैं

कुछ अपने लिए मुस्कुराहट चेहरे पर लानी है

तो अपने लिए हो अगर तुम सब साथ मेरे

तो दो एक आग़ाज़

मन तो अभी बच्चा है

अभी उम्र कहाँ है

life stages of women

 

Inspirational Poem In Hindi जिंदगी के पड़ाव