हरियाली तीज: श्रावण मास की हरियाली और प्रेम का त्योहार

नमस्ते दोस्तों, आज जैसा की आपने ब्लॉग का टाइटल देखा,  हरियाली तीज: श्रावण मास की हरियाली और प्रेम का त्योहार, तो आज हम बात करने वाले है हरियाली तीज के महत्व के बारे में, हरियाली तीज के व्रत पूजा और उनके बनने वाले शानदार भोजन के बारे में, हरियाली तीज के आने से ही त्योहारों का सीजन भी शुरू हो जाता है, हरियाली तीज के बाद ही आएगा रक्षाबंधन का त्यौहार

Hariyali Teej 2024 Date

हरियाली तीज भारत के उत्तरी राज्यों में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। हरियाली तीज 2024 डेट की बात करे तो इस बार 7 अगस्त 2024 दिन बुधवार को हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जा रहा है,

इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं। आइए इस त्योहार के विभिन्न पहलुओं पर एक नज़र डालें:

1. ऐतिहासिक महत्व:

हरियाली तीज का संबंध भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन से जुड़ा है। मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती को 108 जन्मों के बाद भगवान शिव के रूप में अपना पति मिला था। इसलिए यह दिन प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है।

2. प्रकृति से जुड़ाव

हरियाली’ शब्द हरे-भरे परिवेश को दर्शाता है। श्रावण मास में बारिश के कारण चारों ओर हरियाली छा जाती है, जो इस त्योहार के नाम का कारण है। यह समय किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह फसल बोने का मौसम होता है।

3. उत्सव की तैयारियां

महिलाएं नए कपड़े, विशेषकर हरे रंग के, खरीदती हैं। घरों और मंदिरों को सजाया जाता है। मेहंदी लगाने की परंपरा भी इस दिन की विशेषता है।

4. हरियाली तीज व्रत और पूजा

हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करती हैं। उनके द्वारा दिनभर का उपवास रखा जाता है। शाम को शिव-पार्वती की पूजा की जाती है। कई स्थानों पर झूले लगाए जाते हैं, जिन पर महिलाएं झूलती हैं और गीत गाती हैं।

5. पारंपरिक व्यंजन

इस दिन विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं, जैसे:
– घेवर
– मालपुए
– पूड़ी
– खीर

6. सामाजिक पहलू

हरियाली तीज महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक अवसर है। वे अपने मायके जाती हैं, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलती हैं, और एक साथ उत्सव मनाती हैं।

7. आधुनिक परिप्रेक्ष्य

आज के समय में, हरियाली तीज का महत्व बदल रहा है। कई युवा इसे प्रेम और समर्पण के त्योहार के रूप में मनाते हैं, न कि केवल पति की लंबी आयु के लिए। यह त्योहार अब पर्यावरण संरक्षण के संदेश को भी प्रसारित करने का माध्यम बन रहा है।

निष्कर्ष:

हरियाली तीज भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह त्योहार प्रेम, प्रकृति और परंपरा का अद्भुत संगम है। यह हमें याद दिलाता है कि जीवन में हरियाली और खुशियां बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।