क्रिसमस का त्योहार केवल उपहारों और सजावट का ही नहीं, बल्कि स्वादिष्ट व्यंजनों का भी त्योहार है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे विशेष पकवानों के बारे में जो क्रिसमस को और भी खास बना देते हैं। क्रिसमस के स्वादिष्ट पकवान: एक यात्रा परंपरागत स्वादों की
रोस्ट टर्की: क्रिसमस की थाली का राजा
क्रिसमस डिनर की मेज पर रोस्ट टर्की का विशेष स्थान होता है। मसालों से मैरीनेट किया गया और धीमी आंच पर पकाया गया टर्की न केवल देखने में आकर्षक लगता है, बल्कि इसका स्वाद भी अद्भुत होता है। इसे आमतौर पर भरवें (स्टफिंग) के साथ परोसा जाता है, जिसमें ब्रेड, मसाले, और सब्जियां शामिल होती हैं।
प्लम पुडिंग: मीठी परंपरा
क्रिसमस के डेजर्ट में प्लम पुडिंग का विशेष महत्व है। यह गहरे रंग का, सूखे मेवों से भरा डेजर्ट विक्टोरियन युग से चली आ रही एक परंपरा है। इसे बनाने में कई घंटे लगते हैं और कई परिवार इसे महीनों पहले से तैयार करना शुरू कर देते हैं। परोसते समय इस पर ब्रांडी डालकर जलाया जाता है, जो एक आकर्षक दृश्य पैदा करता है।
फ्रूट केक: मेवों का खजाना
क्रिसमस फ्रूट केक में किशमिश, सूखे मेवे, और कैंडीड फल भरे होते हैं। इसे रम या ब्रांडी में भिगोकर तैयार किया जाता है, जो इसे एक विशेष स्वाद प्रदान करता है। कुछ परिवारों में तो यह परंपरा है कि वे अपने बच्चे के जन्म पर फ्रूट केक बनाते हैं और उसकी शादी के दिन उसे परोसते हैं।
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मिंस पाई: मसालेदार स्वाद
मिंस पाई में सूखे मेवों और मसालों का मिश्रण भरा होता है। पहले इसमें मांस भी डाला जाता था, लेकिन आजकल यह पूरी तरह से वेजिटेरियन होती है। इसकी खास बात है इसका क्रिस्पी पेस्ट्री क्रस्ट और भीतर का गर्म, मीठा-मसालेदार भरावन।
जिंजरब्रेड: बच्चों का पसंदीदा
क्रिसमस के मौसम में जिंजरब्रेड हाउस और जिंजरब्रेड मैन बनाना एक मजेदार गतिविधि है। अदरक और दालचीनी की खुशबू से भरे ये बिस्कुट न केवल खाने में स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि इन्हें सजाना भी बच्चों को बहुत पसंद आता है।
क्रिसमस कुकीज़: प्यार भरा उपहार
विभिन्न आकार और डिज़ाइन की क्रिसमस कुकीज़ बनाना और उन्हें सजाना एक प्यारी परंपरा है। ये कुकीज़ न केवल घर में खाई जाती हैं, बल्कि प्यार के साथ उपहार में भी दी जाती हैं।
क्रिसमस के ये पकवान केवल भोजन नहीं हैं, बल्कि परिवार की परंपराओं और यादों का हिस्सा भी हैं। हर परिवार की अपनी खास रेसिपी होती है, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ती है। ये व्यंजन न केवल पेट को, बल्कि दिल को भी तृप्त करते हैं।