दिवाली के बाद मनाया जाने वाला त्योहार भाई दूज, भाई और बहन के बीच के अटूट बंधन का प्रतीक है। यह त्योहार कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी सुरक्षा का वचन देते हैं। भाई दूज: भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के त्योहार की शुभकामनाये
भाई दूज की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
पौराणिक कथाओं के अनुसार, यमराज ने अपनी बहन यमुना के घर जाकर भोजन किया था। यमुना ने अपने भाई का स्वागत करते हुए आरती उतारी और तिलक लगाया। यमराज इतना प्रसन्न हुए कि उन्होंने बहन को वरदान दिया कि जो भाई अपनी बहन के हाथों से तिलक करवाएगा, उसे यम लोक का भय नहीं होगा।
भाई दूज की परंपराएं और रीति-रिवाज
1. तिलक की रस्म: बहनें अपने भाइयों के माथे पर रोली, चावल और चंदन का तिलक लगाती हैं।
2. आरती: दीप जलाकर भाई की आरती उतारी जाती है।
3. मिठाई का आदान-प्रदान: इस अवसर पर विशेष मिठाइयां बनाई और खिलाई जाती हैं।
4. उपहार: भाई अपनी बहनों को उपहार और आशीर्वाद देते हैं।
भाई दूज का महत्व
यह त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। यह केवल एक रिवाज नहीं, बल्कि एक ऐसा पर्व है जो परिवार के सदस्यों को एक साथ लाता है और प्रेम के बंधन को और मजबूत करता है।
भाई दूज के 10 विशेष संदेश
1. “बहन का प्यार और भाई का दुलार, यही है जीवन का सार।”
2. “रिश्ता वो जो दिल से हो, भाई-बहन का प्यार कभी कम न हो।”
3. “तू मेरी ताकत, तू मेरी शक्ति, भाई होने का फर्ज निभाऊंगा, हर मुश्किल में तेरा साथ निभाऊंगा।”
4. “बचपन की यादें, भाई-बहन की शरारतें, जीवन के सबसे खूबसूरत पल हैं।”
5. “बहन के प्यार में वो ताकत है, जो भाई को हर मुसीबत से बचाती है।”
6. “भाई का साथ, बहन का विश्वास, यही है रिश्ते की मिठास।”
7. “दूर रहकर भी पास हैं, एक दूसरे की आस हैं, भाई-बहन का रिश्ता अनमोल है।”
8. “तेरी रक्षा मेरा कर्तव्य है, तेरी खुशी मेरी खुशी है।”
9. “रक्षाबंधन से भाई दूज तक, हर त्योहार हमारे रिश्ते को और मजबूत करता है।”
10. “भाई की दुआएं, बहन का प्यार, इस रिश्ते में है अपार विश्वास।”
समापन
भाई दूज का त्योहार भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि परिवार के रिश्ते कितने महत्वपूर्ण हैं और इन्हें कैसे संजोकर रखना चाहिए। आज के आधुनिक युग में भी इस त्योहार का महत्व कम नहीं हुआ है, बल्कि यह भाई-बहन को एक-दूसरे के करीब लाने का एक सुंदर अवसर प्रदान करता है।