5 Positive thinking tips खुद की मदद करें तभी दूसरे की मदद कर पाएंगे

5 Positive thinking tips खुद की मदद करें तभी दूसरे की मदद कर पाएंगे

 

इस कोरोना महामारी के काल में लोगों के बीच में अभी मिलने जुलने कि प्रक्रिया पर उतनी रोक तो नहीं रह गई है पर फिर भी लोगों के मन में डर है और लोग अपने ऑफिस तो जा रहे हैं क्योंकि वह नौकरी की मजबूरी है या काम की मजबूरी है पर जहां उन्हें सुकून मिल सके अपने रिश्तेदार अपने दोस्तों के यहां जाने से कतरा रहे हैं ऐसी परिस्थिति में लोगों को अकेलापन डिप्रेशन और मानसिक तकलीफ में जो है वह आती चली जा रही हैं ऐसी परिस्थिति में किसी को बचाने से पहले खुद को बचाना है कि हम सब इन परिस्थितियों में ना करें और यह समय बड़ा अनिश्चितता भरा है और हर व्यक्ति को मदद चाहिए भी और हर व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति की मदद करनी भी चाहिए इन 5 तरीकों से आप अपनी और दूसरों की मदद कर सकते हैं

 

1) Positive खुद भी रहे और अपने आसपास के माहौल को भी positive रखें

 

किसी को भी Positive thoughts देने से पहले अपने अंदर इतना उत्साह और साहस पैदा करें आपके साथ जो लोग जुड़े हैं उनको हर पल प्रेरित करें आजकल महिलाएं तैयार होकर घर से बाहर नहीं निकल पा रही हैं प्रशंसा भी उनकी नहीं हो पा रही है तो ऐसे में आपस में सहेलियां तैयार होकर वीडियो कॉल पर बात करके एक दूसरे को motivate कर सकती हैं प्रशंसा कर सकती हैं वीडियो कॉल पर हर त्यौहार को मना सकती हैं और एक दूसरे को motivate कर सकती हैं और अगर आपको किसी का कोई काम पसंद आता है तो उसकी सराहना करने में हिचकिचाहट नहीं रखें, positive thinking हमेशा आपकी मदद करेगी 

 

2) अपने रिश्तेदारों और पड़ोस के हाल-चाल जानते रहें

 

आजकल किसी से भी बातचीत होती है तो सिर्फ और सिर्फ कोरोना का डिस्कशन होता है कितने केस कहां पर आए या बिजनेस में कितनी मंदी आ गई है आर्थिक तनाव बढ़ गए हैं इस बीच में हालचाल के रूप में सिर्फ यही जवाब मिलता है मैं अच्छा हूं मेरा परिवार अच्छा है और इतने में ही बात खत्म हो जाती है पर हर व्यक्ति किसी न किसी कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है तो जब भी आप अपने दोस्तों रिश्तेदारों से बात करें तो उनकी बात को ध्यान से सुने परेशानी को समझे अगर हो सके तो यथासंभव मदद करें

 

3) अपनी सेहत को सबसे ज्यादा महत्व दे

 

यह वक्त है अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को सुधारने का उस पर ध्यान देने का आप इन कठिन परिस्थितियों में अपने आप को कैसा महसूस कर पा रहे हैं कहीं बहुत ज्यादा सोए तो नहीं रह रहे कहीं बहुत ज्यादा खाया पिया तो नहीं जा रहा आपका वेट तो नहीं पड़ रहा आप उदास नहीं हो पा रहे और आपको अपने दोस्तों रिश्तेदारों से बात करते हुए कहीं खीज का अनुभव तो नहीं हो रहा अगर यह सब बातें आपके साथ हो रही हैं तो सबसे पहले आप दूसरों की सेहत की बजाय अपनी सेहत पर ध्यान दें आपके जो शौक हैं उन्हें पूरा करने की कोशिश करें और अगर आपको लग रहा है कि आपकी यह मानसिक समस्या ज्यादा बढ़ रही है तो अपने परिवार जनों के साथ भी बात करें और डॉक्टर की सहायता लेने में भी हिचकिचाहट ना रखें

 

4) अगर आपको मदद की जरूरत है तो वह मांगने से पीछे ना हटे

 

घर परिवार का सहयोग अक्सर व्यक्ति को मिल जाता है पर जब उसे नौकरी व्यवसाय में दिक्कत आती है तो समझ में नहीं आता किस से मदद ली जाए और परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती चली जाती है तो ऐसी परिस्थिति में जो आपका बिजनेस पार्टनर है या आपका बॉस है या कोई सहयोगी है जिससे आप खुलकर दिल की बात कर सकते हैं कि आपको इस समय काम का नौकरी का या बिजनेस का स्ट्रेस हो रहा है तो उसको कैसे दूर किया जाए या फिर किसी प्रोफेशनल काउंसलर की सलाह भी ली जा सकती है

 

5) बचपन में मिली शिक्षाओं को याद रखें

 

हमें बचपन में यह सिखाया जाता है सबसे पहली शिक्षा हमें अपने माता-पिता से मिलती है दूसरी शिक्षा स्कूल मास्टर से मिलती है और तीसरी शिक्षा वह है जो दुनिया हमें सिखाती है पहली दो शिक्षाएं हमें नैतिक मूल्यों की तरफ से लेकर जाती हैं जबकि दुनिया हमें उन शिक्षाओं से दूर रहना सिखाती है तो अगर हम खुश रहना चाहते हैं तो पहली 2 शिक्षकों से हमें सदैव शिक्षा लेनी चाहिए

 

क्योंकि ज्ञान और समझ शक्ति दोनों ही मानवीय गुणों को बनाती हैं जब जब तर्क की तरफ हम जाएंगे तब तक हमारा झुकाव मानवीय गुणों से हटेगा इसलिए खुद की भी मदद करिए और दूसरों की भी मदद करें

 

5 Positive thinking tips खुद की मदद करें तभी दूसरे की मदद कर पाएंगे