भाग्य या कर्म दोनों में से क्या जरुरी

भाग्य या कर्म दोनों में से क्या जरुरी

हम लोग अपने आसपास बड़े सारे ऐसे लोगों को देखते हैं कि जो बिल्कुल साधारण परिवार से होते हैं और  1 दिन जिंदगी की ऐसी ऊंचाइयों पर पहुंच जाते हैं कि हमें उनसे जलन होने लगती है और वह कोई भी ऐसा जो क्षेत्र है उसको नहीं छोड़ते चाहे वह व्यापार हो या राजनीति हो, पर अक्सर यह कहा जाता है कि जब किसी को सफलता मिलती है तो हम लोग यह कह देते हैं कि उसकी किस्मत बड़ी अच्छी थी परंतु कोई उसकी मेहनत को नहीं देखता कि जिस जगह पर आज वह व्यक्ति पहुंचा है उसके पीछे उसकी की गई मेहनत है तो यहां में एक बिल गेट की प्रेरणादायक कहानी के द्वारा आपको यह बताऊंगी कि कैसे वह अपनी जिंदगी में सफल हुए

भाग्य या कर्म, दोनों में से क्या जरुरी
भाग्य या कर्म दोनों में से क्या जरुरी

Bill Gates पूरी दुनिया में किसी पहचान के मोहताज नहीं है और लोग उनको विभिन्न विभिन्न विश्वविद्यालयों में अपने विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए आमंत्रित करते रहते हैं और विद्यार्थी हमेशा उनसे कुछ सवाल पूछते हैं कि हम मेहनत बात करते हैं पर क्या कारण हैं हम सफल नहीं हो पाते और फिर वह भी वही बात कहते हैं कि सर हमें लगता है आपकी किस्मत बहुत अच्छी थी हमारा जो भाग्य उतना अच्छा नहीं था तो बिल गेट्स ने कहा कि आप अगर मेरी सफलता का राज पूछना चाहते हो तो सुनिए कि मेरी सफलता के क्या छिपे हुए राज हैं

बिल गेट्स ने कहा कि मैं हमेशा कुछ नया करने का और सीखने का प्रयत्न करता हूं हम जिस भी फील्ड में कार्य करें अगर हम सफल होना चाहते हैं तो उस फील्ड से संबंधित रोज नई चीजें सीखनी होंगी

दूसरी जो बात उन्होंने कही कि मैं हमेशा अपने साथ किताबे रखता था मेरी पढ़ने की बहुत आदत थी और मैं पढ़ने का इतना आदि था कि खाना खाते समय भी मेरे साथ मेरी किताबें रहती थी इस वजह से मेरे माता-पिता ने खाना खाने के समय पर मेरी किताबें पढ़ने पर रोक लगा दी थी

उनका तीसरा जो सीक्रेट उन्होंने बताया कि अपनी सफलता का श्रेय हमेशा अपनी टीम को दिए दिया जाए तो आप हमेशा ज्यादा सफल होंगे क्योंकि आपकी टीम में सही लोग थे तभी आप सफल हो सके अकेले आप अपने दम पर सफल नहीं हो सकते इसलिए हमेशा अच्छे लोगों का चुनाव करें

जो आपने निर्णय लिए हैं वह सही साबित हो उसके लिए आपको बहुत मेहनत लगन और जुनून से काम करना पड़ेगा

पांचवा और सबसे महत्वपूर्ण सीक्रेट जो उन्होंने बताया कि जैसे आप मेरी बात ध्यान से सुन रहे हैं वैसे अगर कोई आप से बात कर रहा है तो उसकी बात को बड़े ध्यान से सुनना और  अपना अतीत कभी आपको भूलना नहीं चाहिए चाहे आप जिंदगी में कितने ऊपर पहुंच जाएं अपने जड़ों से जुड़े रहेंगे तो आपके अंदर अहंकार पैदा नहीं होगा

बिल गेट्स 1 दिन किसी होटल में लंच करने जाते हैं लंच करने के बाद जैसे ही उन्होंने वेटर से बिल मंगवाया तो उन्होंने वेटर को सिर्फ $10 की टिप दी तो जब वह लंच कर चुके बिल दे चुके और उन्होंने वेटर को टिप भी दे दी तो उन्होंने देखा कि वेटर अभी भी उनको बार-बार देख रहा है तो बिल गेट्स को यह बात बड़ी अजीब सी लगी कि वह वेटर उन्हें बार-बार क्यों देख रहा है उन्होंने वेटर को अपने पास बुलाया और पूछा कि आप मुझे इस तरह से क्यों देख रहे हो वेटर ने बड़े शांत स्वभाव से जवाब दिया कि सर कुछ दिन पहले आपकी बेटी हमारे होटल में खाना खाने आई थी तो उसने मुझे $100 की टिप दी थी और आप इस संसार के सबसे अमीर इंसान हूं और आप मुझे सिर्फ $10 की टिप दे रहे हैं

तो बिल गेट्स उसकी बात को सुनकर हंसने लगे उन्होंने कहा मेरे में और मेरी बेटी में फर्क है मेरी बेटी दुनिया के सबसे अमीर इंसान की पुत्री है और मैं एक गरीब किसान का पुत्र हूं मैं अपना भूतकाल कभी नहीं भूलता कि मैं कहां से उठ कर बड़ा हुआ हूं इसलिए उसने तुम्हें $100 की टिप दी और मैंने $10 की टिप दी

इस कहानी से हमें यह सीख लेनी चाहिए कि आप कहां से उठकर बड़े बने हैं उन चीजों को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए अगर हम अपने अतीत को भूल गए तो हम किसी को कुछ नहीं समझेंगे अपनी जड़ों से जुड़े रहना इसलिए भी जरूरी है कि हमें पैसे की अहमियत का पता रहता है कि आज हम जिस जगह पर पहुंचे हैं वहां पहुंचने के लिए हमने कितनी मेहनत करी है कितनी मुश्किलों का सामना किया है