1.परिवार में स्पेस देना सीखे परिवार में चाहे कोई बच्चा है या कुछ बड़ा है हर कोई व्यक्ति यही चाहता है कि उसे अपनी बात रखने का मौक़ा दिया जाए स्पेस दिया
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1जब हम परिवार में अनावश्यक रूप से दूसरे की ज़िंदगी में घुसेंगे तो झगड़े बढ़ेंगे ही बढ़ेंगे उसमें चाहे पति हो चाहे पत्नी हो चाहे वो बच्चे हो कुछ देर का समय परिवार में ज़रूर निर्धारित करें कि सब लोग अलग से बैठकर अपने लिए वक़्त निकाल सके जिसमें उनको कोई तंग करे उसमें परिवार का मुखिया भी आता
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2. परिवार में तीखी नोकझोंक या टीका टिप्पणी से बचे कभी भी घर में बातचीत को उग्र न होने दे कभी कभी बहस इस क़दर भयानक रूप धारण कर लेती है
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कि कब अब किसे जुबान के ज़रिये एक दूसरे के दिल को छलनी कर देती है और आपको पता भी नहीं लगता तो कोशिश करें कि आप कभी भी परिवार में किसी के ऊपर कोई भी ताना किसी के रूप रंग को किसी के परिवार को किसी की कमियों को लेकर ना करे
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3 बाहरी व्यक्तियों की वजह से घर में कलेश ना करे कई बार क्या होता है हम अपने घर में आकर किसी दूसरे परिवार की डिस्कशन करते हैं कि उसके परिवार में आज इस मुद्दे पर बहस हुई या कौन ठीक है कौन ग़लत है
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उन सबको परिवारों को डिस्कशन करते करते हम अपने परिवार के सदस्यों पर भी आरोप लगाना या टीका टिप्पणी करनी शुरू कर देते हैं तो किसी तीसरे के परिवार को लेकर किसी तीसरे व्यक्ति की कही हुई बात को लेकर अपने घर में झगड़ा करने से बचे
4 अनुशासित बने कई बार क्या होता है दोनों में से कोई एक व्यक्ति बहुत अनुशासित होता है यार कभी कभी दोनों ही नहीं होते या फिर दोनों होते हैं
अगर आप अनुशासित हैं तो दूसरे को आप एक सीमा तक ही अनुशासित होने के लिए बाध्य कर सकते हैं तो कभी भी ऐसी स्थिति न आने देना अनुशासन की वजह से घर में ही झगड़े हो
5. धार्मिक मान्यताओ, परम्पराओ की वजह से घर में झगड़ा करने से बचे कई बार क्या होता है की या तो पत्नी बहुत धार्मिक है या पति बहुत धार्मिक है तो दोनों ही अपनी अपनी धार्मिक परंपराओं क्या मान्यताओं को लेकर आपस में बहस करते रहते हैं
आप ये पांचों तरीक़े अपने परिवार में ज़रूर अप्लाई करें और फिर देखिए कैसे आप के परिवार की ख़ुशियों में उससे फ़र्क पड़ता है