सपने सजाइए और जिंदगी को आगे बढ़ाइए

सपने सजाइए और जिंदगी को आगे बढ़ाइए

 

 

सपने सजाना सीख लो जिंदगी को आगे बढ़ाना सीख लो बढ़ते चलोगे जिंदगी की रफ्तार में बस अपना जुनून जगाना सीख लो, हम लोग जिंदगी में बहुत कुछ पाना चाहते हैं पर उसके लिए हमें सपने भी इतने बड़े सजाने होंगे सपनों को देखिए जब हम सपनों को देखेंगे तो उनको पूरा करने का मन भी बनाइए सिर्फ अकेले सपने देखने से कुछ नहीं होगा

 

यहां पर बड़े सपने देखने का अर्थ है कि अपनी मन की इच्छाओं को सपनों के रूप में देखिए और उन सपनों को पूरा करने में अपनी जी जान लगा दीजिए पर उस जी जान में ईश्वर को कभी अपने साथ रखना मत भूलिए कोई भी सपना पूरा करना हो ईश्वर को हमेशा अपने साथ एक जरूर रखेअपनी मेहनत पर विश्वास रखें और सिर्फ एक ही चीज पर डिपेंड ना रहे कि जो है उसी में गुजारा करना है क्योंकि खाते-खाते तो 1 दिन समुंद्र भी खाली हो जाता है

 

 

एक चूहे की कहानी के माध्यम से मैं आपको यहां समझ आऊंगी की कैसे आपको अपने सपनों को पूरा करना है एक चूहे को अनाथ से भरा एक मर्तबान मिल गया और वह अनाज का मर्तबा शीशे का था वह उसने कूदकर बड़े आराम से बहुत दिनों तक उस अनाज को खाता था पर उस अनाज को खाते-खाते वह और जगहों को देखना भूल गया मेहनत करनी भूल गया किसी और जगह पर जाकर भी अनाज को देखना चाहिए कल को यह खत्म हो गया तो मैं अपनी जिंदगी कैसे बताऊंगा अब अनाज खाते खाते धीरे-धीरे वह मर्तबान के तल तक पहुंच गया अब उसके पास बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था 
यहां यह बताने का मतलब यह है कि सिर्फ छोटे सपने मत देखिए एक सपना जिंदगी में मत देखिए कभी एक चीज से संतुष्ट मत होइए जिंदगी अगर चलानी है तो बड़े सपने देखिए और उन्हें पूरे करने के भिन्न-भिन्न रास्ते देखिए जब हम भिन्न-भिन्न रास्ते देखेंगे तो अगर एक रास्ते ने हमें हमारी मंजिल पर नहीं पहुंचाया तो हम दूसरे रास्ते से अपनी मंजिल को पा सकते हैं अपने ऊपर विश्वास रखिए कि अगर हम सपने देख रहे हैं तो उन्हें पूरा करने की जिम्मेवारी भी हमारी है नहीं तो हम पूरी जिंदगी किसी और के सपनों को पूरा करने में लगा देंगे अर्थात हम दूसरे की नौकरी ही करते रह जाएंगे और अपने सपनों को अधूरा छोड़ देंगे
एक बार एक व्यक्ति हमेशा अपने सपने में देखा करता था कि वह समुंदर के किनारे चल रहा है उसकी जिंदगी के बहुत सारे दृश्य उसके आमने सामने आ जा रहे थे और हर दृश्य में वह यह देख रहा था कि कई जगह पर रेत में पैरों के निशान थे कभी-कभी पैरों के निशान 2 जोड़ों के रूप में दिखते कभी एक के रूप में देखते हैं जब वह परेशान होता था तो उसे सिर्फ एक ही जोड़ा दिखता था और कई बार उसे दो जोड़े पैरों के देखते थे एक दिन उसने ईश्वर को शिकायत की कि जब मुझे आपकी जरूरत ही तो आप कहां थे तो ईश्वर हंसने लगे और उसका जवाब उन्होंने बड़े सुंदर रूप में उसे दिया उन्होंने कहा कि जब तू एक जोड़ी पैरों को देखता था तो वो एक जोड़ी पैर मेरे थे क्योंकि तेरे पैरों के निशान रेत पर नहीं दिख रहे क्योंकि तुझे मैंने गोद में उठा रखा था 
इसलिए जब भी सपने सजाए उस ईश्वर को सपनों की पूर्ति के लिए हमेशा अपने साथ रखिए और एक ही बात बोलिए कि मैं यह सपने देख रहा हूं उन सपनों को कैसे पूरा करना है कब पूरा करना है उसकी जिम्मेवारी परमपिता परमात्मा में आपके ऊपर छोड़ता हूं मुझे रास्ता आपने दिखाना है हम जब कोई अच्छा कार्य जिंदगी में होते हैं तो हम यह कहते हैं कि यह कार्य हमने किया जब कुछ गलत हमारे साथ हो जाता है तो हमें कहते हैं कि ऊपर वाले तूने हमारे साथ क्या किया
ईश्वर कभी भी अपने भक्तों का साथ नहीं छोड़ते पर हम लोग ही कृतघ्न बन जाते हैं और ईश्वर को छोड़ देते हैं जिस ईश्वर ने हम सबको धरती पर भेजा है तो उसने हमारी जिम्मेवारी भी ली है पर हम उसको जिम्मेवारी पूरी लेने नहीं देते और हम यह सोचते हैं कि हम ही सब कुछ करने में समर्थ हैं
 मेरा इस लेख सपने सजाइए और जिंदगी को आगे बढ़ाइए के माध्यम से आपको एक ही संदेश है सपने भरपूर सजाइए पर उन सपनों की पूर्ति कब और कैसे करनी है उसके लिए क्या मेहनत करनी है क्या द्वार खोलने हैं वह बिना ईश्वर की अनुमति के मत कीजिए हमेशा आप उसको अपने आसपास रखिए फिर देखिए कैसे  आप के सपने पूरे होते हैं
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