कैसे पहचाने अपने गुणों और क्षमताओ को

कैसे पहचाने अपने गुणों और क्षमताओ को
जीवन एक चलती नदी की धारा है जिसमें हर वक्त एक नया संघर्ष भरा है और इस संघर्ष से हर व्यक्ति को गुजारना पड़ता है मुसीबतों से हम कितनी देर भाग लेंगे आखिरकार हमें मुसीबतों का सामना करना ही पड़ेगा और अगर एक दिन हमें ही मुसीबतों का सामना करना है तो फिर आज ही उसके लिए हिम्मत क्यों ना जताने बीच रास्ते से जब हम लौटने का फैसला करते हैं तो कोई फायदा नहीं क्योंकि वापसी आने में भी उतना वक्त लगेगा जितना हमें वहां पहुंचने पर लगा था
वापस आने का निर्णय हम तब लेते हैं जब हम अपने गुणों को अपनी सहनशक्ति को अपने आत्मविश्वास को नहीं पहचान पाते अपनी क्षमता को कभी भी कम नहीं आंकना चाहिए कभी किसी से कम नहीं समझना चाहिए जो जिंदगी में ठान लिया उसके लिए अपने अंदर विश्वास पैदा करिए और विश्वास के सहारे बड़े बड़ों की नैया पार हो जाती है आज दो कहानियों के माध्यम से आपको मैं रूबरू कर आऊंगी कि कैसे उन्होंने अपने गुणों पर भरोसा रखा और वह जिंदगी की जंग को जीत गए
सबसे पहले एक कहानी है एक अभिनेत्री की जिंदगी से जुड़ी हुई
एक लड़की थी उसे बचपन से ही अभिनय करने का शौक था और उसके दोस्त भी यह मानते थे कि अगर वह अभिनय में अपने आप को आजमाएं तो बहुत अच्छा कर सकती है एक दिन उसने दोस्तों की बात मान ली और उसने मॉडलिंग शुरू कर दी, एक दिन उसके मित्र को पता लगा कि कहीं पर अभिनेत्रियों को चुना जा रहा है तो उसने उस अभिनेत्री को भी संदेश दिया कि वह भी वहां पहुंचे और अपनी किस्मत आजमाए
वहां पर बहुत सारी लड़कियां अपनी किस्मत आजमाने के लिए आई हुई थी यह अभिनेत्री भी लाइन में लग गई किस्मत आजमाने के लिए कुछ देर के बाद ऑडिशन के लिए इस अभिनेत्री को भी अंदर बुलाया गया जो स्टूडियो एडजेक्टिव था उसने उसको देखा और बोला की मैं माफी चाहता हूं कि तुम इस कार्यक्रम के लिए तो क्या पूरे जीवन में कभी अभिनेत्री के काबिल नहीं बन पाओगी तुम्हारे में अभिनय की प्रतिभा ही नहीं है
उसकी बातों को सुनकर अभिनेत्री ने अपने आप को संभाला और बोला कि आप मेरे सिर्फ कुछ डायलॉग बोलने से कैसे यह अंदाज लगा सकते हैं कि मैं पूरी जिंदगी कभी सफल अभिनेत्री नहीं बन पाओगी हो सकता है आपके इस शो के लिए मैं खरी नहीं उतरती हूं पर आज मैं आपको यहां से एक वादा करके जा रही हूं कि मैं जिंदगी में एक सशक्त अभिनेत्री बनकर आपके सामने आऊंगी
उसका सबसे बड़ा जो जीतने का कारण था कि उसको अपने गुणों पर विश्वास था अपनी लगन और मेहनत पर विश्वास था उसने हिम्मत नहीं कोई और अपने अभिनय को निखारने के लिए दिन-रात प्रैक्टिस करी वह दिन-रात शीशे के सामने अभिनय करती और अपने आप को सुधारती, एक दिन उसके घर में से सब ने सुझाव दिया कि वह इतनी अभिनय के लिए समर्पित है तो कहीं पर जॉब इंटरव्यू जाकर देने की बजाय अपना खुद का शो बनाएं इस अभिनेत्री ने अपने घर की सहायता से पैसे उधार लेकर सो बनाया उस शो का नाम था आई लव  लूसी, उसके हिम्मत लगन और आत्मविश्वास से अशोक कई सालों तक नंबर वन दुनिया का शो बना रहा और इस अभिनेत्री को बहुत सारे अवॉर्ड भी मिले
यह कहानी यहां आपको सुनाने या मेरा लिखने का अर्थ यही है कि अगर आप अपने गुणों को नहीं पहचानेंगे तो सामने वाला तो आपको कभी भी नकार देगा
अब दूसरी कहानी मेरी खुद की जिंदगी से जुड़ी है
मैं पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हूं जिस समय मैंने सीए करनी शुरू की उस समय कोई ट्यूशन कोई ऑनलाइन क्लासेस कुछ भी उपलब्ध नहीं था जो कुछ भी करना था सब अपनी मेहनत से करना था परिवार में इतनी सामर्थ्य नहीं थी कि वह बहुत कुछ मेरी जिंदगी के लिए कर पाए पर मन में एक तमन्ना थी एक विश्वास था कि जिंदगी में कुछ करना है अपने पैरों पर खड़ा होना है
जिस दिन मेरी सीए इंटर के दोनों ग्रुप क्लियर को है तो मैं अपने ऑफिस में मिठाई लेकर गई तो मेरे बॉस के मुझसे क्या शब्द थे कि तू तो नालायक ही थी तुझसे यह उम्मीद नहीं थी कि तुम दोनों ग्रुप इकट्ठे क्लियर कर लेंगे क्योंकि सीए की पढ़ाई जो करते हैं वही इसको समझ सकते हैं और जान सकते हैं कि यह कितनी मुश्किल है और हमारे समय में जो रिजल्ट भी था वह एक पर्सेंट क्या दो पर्सेंट आया करता था
मुझे फिर मेरे पास में टोंट मारा इंटर तो तूने किसी तरह कर ली तो फाइनल नहीं कर पाएगी और उस दिन मैंने मन में ठान लिया कि इससे मेरे गुणों का नहीं पता कि मैं कितनी जुनूनी हूं कितनी आत्मविश्वास से भरी हुई हूं और आज 21 साल हो गए मुझे सीए बने
कहानियों के माध्यम से सिर्फ में यह संदेश देना चाहती हूं कि अपने गुणों को पहचानना सीखे अपने आप को कभी कम ना आगे आप अगर चाहे तो आसमान जमीन पर झुकाने की ताकत रखते हो सिर्फ अपने ऊपर विश्वास रखें